शनिवार, 31 अक्तूबर 2009

राजस्थान के जयपुर में गुरुवार रात को तेल डेपो में लगी आग पर काबू नहीं पाया जा सका है. केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री मुरली देवड़ा अब आग के ख़ुद ब ख़ुद बुझने का इंतज़ार कर रहे है.

सरकार ने महेश लाल की अगुवाई में एक जाँच समिति गठित की है ,जो अगले 12 दिनों में जांच कर सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी.मुरली देवड़ा ने कहा, “ समिति भविष्य में ऐसे हादसे न हो इस बारे में सुझाव देगी.”
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अब तो लगता है युद्घ होने पर भी सरकार कहेगी , हम दुश्मनों का हथियार का जखीरा ख़तम होने तक इन्तेजार करेंगे । बाद में समिति से जांच करवा लेंगे की युद्घ क्यों हुआ
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नामर्द सरकार के नामर्द मंत्री


जीवन में कोई संघर्ष नहीं है। संघर्ष मन में वास करता है।

जीवन में कोई संघर्ष नहीं है। संघर्ष मन में वास करता है।

मन को प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है। यद्यपि एक प्रशिक्षित मन व्यक्ति को शिखर तक ले जाने में समर्थ नहीं होता है, यह मार्ग के समस्त व्यवधानों को दूर कर देता है। एक मुक्त मन ईश्वरीय कृपा है।

जब एक साधन ने मन के चेतन भाग को समझ लिया होता है एवं उसके ऊपर नियंत्रण प्राप्त कर लिया होता है तो वह स्वाभाविक रूप से अपने कार्यो को ठीक व कुशलतापूर्वक करता है। अचेतन की तुलना में मन का चेतन भाग बहुत ही छोटा होता है, फिर भी अचेतन एवं चेतन मन के मध्य एक नजदीकी वार्तालाप रहता है।

जीवन के हर पल का आनंद लीजिए एवं इससे विचलित मत होइए। वह जो घटित नहीं होने जा रहा है वह घटित नहीं होगा एवं जो कुछ होने जा रहा है वह होकर ही रहेगा। इसलिए प्रशांति में हलचल नहीं लानी चाहिए। एक मन जो संतुलित एवं प्रशांत है वह असुर की कार्यशाला नहीं हो सकता है।

स्वयं को अपने मन, इसकी वस्तुओं, संवेगों, वाणी एवं कार्यो के साथ कभी भी एकरूप मत कीजिए (कभी भी मन के साथ मत पहचानिए)। कर्ता कार्य से भिन्न होता है। कभी भी अपने कार्यो, विचारों एवं संवेगों के साथ एकरूप मत होइए, अपितु अपनी वास्तविक प्रकृति शाश्वत प्रसन्नता को स्थापित करके जो कि शांति, प्रसन्नता एवं चिरानंद हैं, में रहिए।

ब्रिटिश किशोरी से दुष्कर्म



Oct 31,
नई दिल्ली। में एक युवा टूरिस्ट गाइड ने कथित रूप से एक ब्रिटिश किशोरी से दुष्कर्म करने का प्रयास किया था।पीड़िता 14 साल की लड़की है जो 29 सदस्यीय पर्यटक दल के एक सदस्य के रूप में यहां आई है। सत्ताइस वर्षीय गाइड मुरलीधरन ने कथित रूप से ब्रिटिया किशोरी का यौन उत्पीड़न करने की कोशिश की।किशोरी ने मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान दर्ज कराया है। वह भारत से लौट गई है।
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आज तक हम यह नही समझ पाए की लोगो को क्या अपने घर में सुख नही मिलता जो की मामूली सी वासना के लिए लड़की या औरत का तथा अपना और अपने परिवार का जीवन भर के लिए सम्मान मिटटी में मिला देते है , और यहाँ तो विदेश में भी भारत माता का नाम बदनाम किया गया । क्या इनके माँ बाप इन्हे कोई शिक्षा देने वाला नही की , बुरे काम का बुरा नतीजा । चाँद लम्हों का सुख क्या इंसान को इतना अँधा कर देता है की उसे अपनी तथा परिवार की इज्जत तथा आर्थिक स्थिति का भी ख्याल नही रहता । क्योकि अब नोकरी भी नही रहेगी ,तो आमदनी का जरिए भी नही रहेगा . क्या मुंह दिखाते होंगे ये अपने समाज में ।

बेबस सरकार का क्या करें

जयपुर में इंडियन आयल के डिपो में आग लगी ,४८ घंटे बीत चुके है ।
सरकार ने हाथ उठा दिए हैं , तेल ख़तम होने तक इन्तजार करना पड़ेगा ।
अगर कही चार पांच जगह पर आंतक वादियों ने आग लगा दी
तो भारत का रक्षक भगवान् ही है ,
क्या फायदा है ऐसी सरकार का जो अपनी संपत्ति की भी रक्षा नही कर सकती