कहानी है हरियाणा फतेहबाद जिले के गांव जांडली कलां की। यहां के रहने वाले नाथू राम की शादी गीता से
होनी थी। उसी दिन नाथू की बहन की शादी गीता के मामा से होनी थी। लेकिन गीता के पिता ने डीएसपी से शिकायत कर दी। उन्होंने कहा गीता सिर्फ 15 साल की है और उनकी पत्नी और उसके परिवार ने साजिश के तहत गीता की शादी नाथू राम से तय कर दी, ताकि बदले में गीता के मामा की शादी हो सके। यह सब कुछ लेन-देन के तहत हुआ।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शादी रोक दी। लेकिन परिवार ने इसके लिए भी तैयारी कर रखी। उन्होंने तुरत-फुरत गीता की कजन सावित्री को दुल्हन के तौर पर पेश कर दिया। लेकिन सावित्री भी नाबालिग निकली। इसके बाद भी परिवारवाले रुके नहीं। उन्होंने परिवार में किसी और लड़की की तलाश शुरू कर दी, जिसकी शादी की जा सके। आखिरकार एक लड़की मिल गई, जिसकी उम्र 20 साल थी।
फतेहबाद के डीसी सी. जी. रजनीकांतन ने बताया कि पुलिस जब शादी रोकने के लिए पहुंची, तो परिवार वाले जोर दे रहे थे कि लड़की बालिग है। हालांकि लड़की खुद कह रही थी कि उसका जन्म 1993 में हुआ था। रजनीकांतन के मुताबिक जब मैंने उन्हें पुलिस केस की धमकी दी, तब जाकर वे शांत हुए और लिखित में दिया कि लड़की शादी बालिग होने के बाद ही की जाएगी।
यह कहानी सुनने में अजीब लगती है, लेकिन पहली बार नहीं हुई है। यही घटना सिरसा जिले के केहरवाल गांव में भी हुई थी। वहां तो लड़कियों की उम्र 12 और 14 साल थी।
हरियाणा में हालत यह हो गई है कि लड़कों की शादियां नहीं हो रही हैं। यहां सेक्स रेशो 822 के खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। कुछ गांवों में तो 1000 पुरुषों पर 300-400 लड़कियां ही रह गई हैं। ऐसे में यहां के ग्रामीण इलाकों में लेन-देन का सिस्टम चल पड़ा है। जब किसी लड़के की शादी नहीं होती, तो उसके परिवार की किसी लड़की के बदले अन्य परिवार की लड़की ले ली जाती है। लेकिन हर परिवार में तो शादी की उम्र की लड़कियां होती नहीं हैं। लिहाजा कई बार नाबालिग लड़की की शादी कर दी जाती है।
नव भारत टाईमस् ............०१/११/09
....................................................................ना जाने इंसान कब सुधरेगा , कुदरत को अपने हाथों में लेने का परिणाम देख लो ।
अँधा धुंध भ्रूण हत्या करोगे तो इस से भी बुरे हालत पैदा हो जायेंगे , वक्त है संभल जाओ ,छोड़ दो दहेज़ का लालच ,
बेटियाँ लक्ष्मी होती है , आने दो उन्हें अपने घर में , स्वागत करो उनका ।
रविवार, 1 नवंबर 2009
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situation is alarming... keep writing on such subjects.
जवाब देंहटाएंgambheer sthiti...khabar bhee.
जवाब देंहटाएंYE SHADI WADI KE SILSILE SAB BEKAR AUR BAKWAS HO CHUKE HAIN ... AB TO LADKIYAN UNION BANA LEIN.. HADTAL PAR CHLI JAYEIN EK SATH ..SHADI KE KHILAF BAGAWAT KAR DEIN.. TAB SHYAD PURUSH SAMAJ KO HOSH AAYE..AAKHIR YE LOG NARI JATI KE SATH KAR KYA RAHE HAIN .. VAISE ROZ MANDIRON MEIN JAKAR PATH KAREINGE "YA DEVI SARVBHUTESHU..JAI MATADI JAI MATA DI KARTE FIRENGE"
जवाब देंहटाएंSWATANTRTA MERA JANM SIDH ADHIKAR HAI--L.M TILAK
ye to hona hee hai.narayan narayan
जवाब देंहटाएंkal boya aaj kat raha hai.Aj nahi to kal ,sthiti aur gambheer hogi.
जवाब देंहटाएंहिंदी ब्लॉग लेखन के लिए स्वागत और शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंकृपया अन्य ब्लॉगों को भी पढें तथा अपने सुन्दर
विचारों से उत्साहवर्धन करें
चिटठा जगत में आपका हार्दिक स्वागत है. लेखन के द्वारा बहुत कुछ सार्थक करें, मेरी शुभकामनाएं.
जवाब देंहटाएं---
महिलाओं के प्रति हो रही घरेलू हिंसा के खिलाफ [उल्टा तीर] आइये, इस कुरुती का समाधान निकालें!
ek din aisa to hona hi tha
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